ऑस्ट्रेलियॉ में टी20 वर्ल्ड कप का आगाज हो चुका है। टीम इंडिया अपना पहला मैच 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी, लेकिन एक बात जो अभी भी सबको परेशान कर रही है वह है भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह का टीम में शामिल ना होना । बता दें कि बुमराह पीठ में चोट के कारण टी20 विश्व से बाहर हैं, इसी बीच बीसीसीआई के नये अध्यक्ष रोजर बिन्नी का बड़ा बयान सामने आया है उन्होने गुरुवार को कहा कि बार-बार चोटिल होने वाले खिलाड़ियों को संबोधित करने की सख्त जरूरत है। बिन्नी ने कहा भारत विश्व कप से 10 दिन पहले जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ियों का चोटिल होना बर्दाश्त नहीं कर सकता। इन तरह के मामलों पर जल्द से जल्द एक्शन लिया जाना चाहिए। इससे पहले भी बिन्नी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद कहा था कि स्टार खिलाड़ियों के चोटिल होने पर वह कुछ काम करना चाहते हैं।
खिलाड़ी इतनी बुरी तरह से क्यों और कैसे हो रहे हैं चोटिल पता लगाने की जरूरत
भारतीय टीम के विश्व कप के लिए रवाना होने से ठीक तीन दिन पहले चोटिल घोषित किया गया था। इसके बाद मोहम्मद शमी को उनका रिप्लेसमेंट बनाया गया है। बिन्नी ने मंगलवार को बीसीसीआई प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के बाद इस विषय को गंभीरता से लिया है। रोजर बिन्नी ने कहा- हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि खिलाड़ी इतनी बुरी तरह से क्यों और कैसे चोटिल हो रहे हैं। हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि वे इतनी आसानी से क्यों चोटिल हो रहे हैं। इसके लिए हमें न केवल अभी बल्कि पिछले चार पांच वर्षों के डेटा को देखने की जरूरत है।
ऐसा नहीं है कि हमारे पास अच्छे प्रशिक्षक या कोच नहीं
67 साल के रोजर बिन्नी ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में कहा- ऐसा नहीं है कि हमारे पास अच्छे प्रशिक्षक या कोच नहीं हैं। भले ही खिलाड़ियों पर लोड बहुत ज्यादा हो, चाहे वह बहुत अधिक फॉर्मेट खेल रहे हों, लेकिन इस मामले पर कुछ करने की आवश्यकता है। यह मेरी प्राथमिकता है। आप यह नहीं कह सकते विश्व कप से 10 दिन पहले बुमराह चोटिल हो गए और फिर उनकी जगह कौन लेने वाला है। इसे संबोधित करना महत्वपूर्ण है।
फ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने की जरूरत
बीसीसीआई अध्यक्ष ने साथ ही घरेलू क्रिकेट में बेहतर विकेट बनाने और रणजी ट्रॉफी की महत्ता पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा- पिचें अभी भी बहुत नरम हैं और तेज गेंदबाजों के लिए अनुपयुक्त हैं। हमें इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने की जरूरत है। 30-40 हजार प्रशंसक स्टेडियम आते हैं। उन्हें सहज महसूस कराने की जरूरत है। भारत के क्रिकेटरों की तर्ज पर घरेलू क्रिकेटरों के लिए केंद्रीय अनुबंध की आवश्यकता पर बिन्नी ने कहा- घरेलू खिलाड़ियों की बहुत अच्छी देखभाल की जाती है। उन्हें अच्छी सुविधाएं मिली हैं और वे अच्छी जगहों पर रहते हैं। मुझे नहीं लगता कि फिलहाल इसकी कोई जरूरत है (अनुबंध)।
महिला क्रिकेट पुरुषों की तरह चर्चित नहीं
रोजर बिन्नी ने कहा- जिसकी हमें जरूरत है, वह है रणजी ट्रॉफी का स्टैंडर्ड बढ़ाना। यह देश का प्रीमियर टूर्नामेंट है। हाल ही में ईरानी कप संपन्न हुआ। इससे पहले इस टूर्नामेंट को कितने लोग जानते थे? हमें इसे बदलने की जरूरत है। बिन्नी ने महिला आईपीएल को लेकर भी बातचीत की। उन्होंने कहा- महिला क्रिकेट पुरुषों की तरह चर्चित नहीं है और यह आश्चर्य की बात है। आने वाले समय में महिला क्रिकेट भी पुरुषों से कम नहीं रहने वाला है। पिछले दो तीन वर्षों में काफी प्रगति हुई है। आशा है कि बहुत सारे लोग महिला आईपीएल देखने आएंगे।
हमारी टीम को कहां जाना है इसके लिए सरकार के इजाजत की जरूरत
रोजर बिन्नी ने 2023 एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान से छीने जाने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि वह भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने को लेकर फैसला नहीं कर सकते। बिन्नी ने कहा- इस पर हम फैसला नहीं ले सकते। हम नहीं कह सकते कि हमारी टीम को कहां जाना है। हमें इसके लिए सरकार के इजाजत की जरूरत होती है कि टीम कहां जाए और कहां नहीं। ऐसा ही किसी देश के भारत आने पर भी होता है। हमें इसके लिए सरकार पर निर्भर रहना होता है।