India News (इंडिया न्यूज़),Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा एक ऐसे खिलीड़ी है जिनका नाम बस ही उनके परीचय के लिए काफी है। इस एथलीट ने जो काम ओलिम्पिक में किया था, वही काम पिछले दिनों स्विटज़रलैंड के शहर लुसान में डायमंड लीग में भी किया। स्वदेश लौटने पर उन्होंने कहा कि मैं दिखने में मोटा लग रहा था?̏̏̏ ” नीरज चोपड़ा ने मजाकिया अंदाज में एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय रिपोर्टरों से अपने डीलडौल पर यह सवाल पूछा। पिछले शुक्रवार को ही नीरज डायमंड लीग में अपनी इंजरी से तकरीबन एक महीने जूझने के बाद फील्ड पर लौटे थे, जहां उन्होंने 87.66 मीटर के थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया।
मेरी रफ्तार पर मेरे वजन का कोई असर नहीं-नीरज चोपड़ा
इंटरव्यू में आगे उन्होंने कहा,“ इंजरी की वजह से मैं पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं कर रहा था लेकिन मेरी डाइट पहले जैसी थी जिसके कारण मैं थोड़ा मोटा दिख रहा हूं। मेरी रफ्तार पर मेरे वजन का कोई असर नहीं पड़ा है। इंजरी से उबरने के बाद आप धीरे-धीरे अपने पुरानी लय में लौटते हैं इसलिए मैं एक स्तर तक ही अपने आप को पुश कर रहा था।
लगातार बढ़ रहा गोल्डन बॉय की सफलताओं का ग्राफ
भाला स्टार ने 2021 में टोक्यो में अगस्त की उस रात से पहले ही जीत को अपनी आदत बना लिया था, जब उन्होंने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। चोपड़ा ने टोक्यो ओलिम्पिक में एथलेटिक्स में अब तक का पहला गोल्ड देश को दिलाया था। नीरज भारत के ‘गोल्डन बॉय’ हैं। उनकी सफलताओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ओलिम्पिक में गोल्ड जीतने के बाद उन्होंने 2022 की वर्ल्ड चैपियनशिप में इंजरी के बावजूद अपने सर्वश्रेष्ठ 88.13 मीटर थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
शानदार तरीके से किया 2023 की शुरूआत
साल 2023 की शुरूआत भी नीरज ने शानदार तरीके से की। उन्होंने दोहा डायमड़ लीग मे पहला स्थान हासिल किया। भारत का यह स्टार खिलाड़ी इस इवेंट की वर्ल्ड रैंकिंग में 16 प्वाइंट्स के साथ शीर्ष पर है। चोपड़ा आधे खुश और आधे थके हुए थे क्योंकि उनके 90 मीटर के निशान को पार करने पर फिर से सवाल उठाए गए थे। ओलिंपिक पदक जीतने के बाद उन्होंने इसे अपने बड़े लक्ष्यों में से एक बताया था लेकिन इसके बेहद करीब पहुंचने के बावजूद अभी तक इसे हासिल नहीं कर पाए हैं। “मुझे लगता है कि यह समय की बात है,” उन्होंने कहा। “लेकिन मैं इसके बारे में सोचकर किसी प्रतियोगिता में नहीं उतरता क्योंकि इससे दबाव ही बढ़ेगा। मेरा मुख्य उद्देश्य जीतना है, चाहे वह 85 मीटर थ्रो हो या 89 मीटर थ्रो। मुझे अभी और खेलना है, वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड जीतना अभी बाकी है।”