मनीष गोस्वामी, नई दिल्ली: पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता और शांति पुरस्कार सम्मानित मलाला यूसूफ़जई (Malala Yousafzai) ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के उद्घाटन समारोह के दौरान एक भावपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने उन पलों को भी याद किया जो बर्मिंघम ने उन्हें और उनके परिवार को दिये थे।
2012 में तलिबानियों ने उन्हें गोली मारी थी जिसके इलाज के लिए उन्हें एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस घटना की मानवाधिकार संगठनों और अंतरराष्टीय स्तर पर निंदा की गई थी। इसके बाद मलाला ने बर्मिंघम को अपना घर बना लिया। उन्होंने एजबेस्टन हाई स्कूल से पढ़ाई की और इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविधालय में दाखिला लिया।
Malala Yousafzai ने खिलाडियों का किया स्वागत
मलाला यूसूफ़जई (Malala Yousafzai) ने बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स का स्वागत किया जो 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चलेगा। मलाला ने अपने भाषण में कहा कि “जब वह पहली बार इस शहर में आई थी तब उनको इस शहर का नाम तक पता नहीं था। धीरे-धीरे वह इस शहर को समझ पाई।
स्कूल में शिक्षकों ने उन्हें प्रेरित किया। मां को अंग्रेजी सीखने में मदद की और छोटे भाई को गाड़ी चलानी सिखाई।” कॉमनवेल्थ गेम्स में 72 देशों के 5000 से ज्यादा एथलिट भाग ले रहें हैं। मलाला ने उन सभी खिलाड़ियों का बर्मिंघम में स्वागत किया और उन्हें बधांईयां दी।
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