वैभव शुक्ला, नई दिल्ली: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आगाज इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई को हो चुका है। भारतीय खिलाड़ियों के लिए पहला दिन अच्छा रहा। भारत ने शुक्रवार को कई मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की सबसे युवा स्क्वॉश खिलाड़ी अनाहत सिंह (Anahat Singh) ने विमेंस सिंगल्स में जीत के साथ शुरुआत की।
14 साल की उम्र में अनाहत ने सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की जैडा रॉस को लगातार तीन खेलों में मात दी। अनहत ने महिला एकल के राउंड-32 में जगह बना ली है। अनाहत ने सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की जैडा रॉस को पहले गेम में 11-5 से हराया। दूसरे गेम को 11-2 से जीता। इसके बाद तीसरा गेम पर भी 11-0 कब्जा किया।
इस बार के गेम्स में अनाहत भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे युवा खिलाड़ी हैं। अनाहत सिंह (Anahat Singh) स्क्वैश के वूमेन सिंगल्स में शिरकत करने के अलावा महिला डबल्स में सुनयना कुरुविला के साथ खेलेंगी। स्क्वैश में सौरव घोषाल और दीपिका पल्लीकल जैसी स्टार प्लेयर्स भी मौजूद हैं।
बड़ी बहन से मिली स्क्वैश खेलने की प्रेरणा
अनाहत सिंह (Anahat Singh) को स्क्वैश खेलने की प्रेरणा उनकी बड़ी बहन अमीरा से मिली हैं। अमीर अंडर-19 स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। मौजूदा समय में अमीरा ब्रिटेन हार्वर्ड विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं।
यहां अमीरा हार्वर्ड महिला टीम के लिए स्क्वैश खेलती हैं। अनाहत सिंह (Anahat Singh) के पिता गुरशरण सिंह पेशे से वकील हैं जबकि उनकी मां इंटीरियर डिजाइनर हैं।
स्क्वैश से पहले बैडमिंटन खेलती थीं Anahat Singh
अनाहत सिंह (Anahat Singh) सिंह ने मीडिया को बताया कि “पहले मैं इस तरह के अनुभवी खिलाड़ियों के साथ शिविर में होने के बारे में चिंतित थी, लेकिन वे वास्तव में प्यारे और मददगार थे। उन्होंने मुझे सही तरीके से फिट करने में मदद की। एक छोटी बच्ची के रूप में मैं जानती थी कि प्रोफेशनल स्पोर्ट्स में करियर बनाने जा रही हूं।”
अनाहत सिंह (Anahat Singh) ने 6 साल की उम्र में बैडमिंटन के साथ शुरुआत की थी। तब उनकी बड़ी बहन अमीरा सिरी फोर्ट में स्क्वैश खेला करतीं थीं। दो साल बाद अनहत ने बैडमिंटन छोड़ स्क्वैश खेलना शुरू कर दिया। अनाहत ने कहा कि “मैं अपनी बहन के साथ जाती थी और 15-20 मिनट तक हिट करती थी।
लेकिन मैं इसे सीरियस नहीं लेती क्योंकि मैं मुख्य रूप से बैडमिंटन पर फोकस कर रही थी। मेरी बहन बंगाल में एक टूर्नामेंट खेल रही थी और मैं साथ गई थी। फिर मैंने भी स्क्वैश में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी। वास्तव में अच्छा करने के बाद मैंने बहुत अधिक अभ्यास करना शुरू कर दिया।”
अनाहत ने जीते कई ख़िताब
अनाहत सिंह (Anahat Singh) ने छह साल से भी कम समय में 46 राष्ट्रीय सर्किट खिताब, दो राष्ट्रीय सर्किट खिताब, दो राष्ट्रीय चैम्पियनशिप और आठ अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते हैं। साथ ही अनाहत ने ब्रिटिश जूनियर स्क्वैश ओपन (2019) और यूएस जूनियर स्क्वैश ओपन (2021) भी जीता है।
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