FIFA WORLD CUP 2022: खाड़ी देश कतर में फिफा विश्व कप 2022 खेला जा रहा हैं। नॉकआउट मुकाबलों में काफी उलट फेर भी देखने को मिला है। कई दिगज टीमों का फिफा विश्व कप 2022 का सपना टुट चुका है तो वहीं फैंस का दिल भी, फैंस अपने फेवरेट पलेयर को फिफा विश्व कप उठाते हुए देखना चाहते हैं। बता दे फुटबॉल दुनिया का सबसे पापुलर खेल है , लेकिन इस खेल की लोकप्रियता के बीच लोग इस खेल के नियमों की गहरी समझ से कुछ हद तक वंचित है तो आइए आज हम आपको इस खेल के सारे नियम कायदे बताते हैं
90 मिनट का होता है फुटबॉल का मैच
फुटबॉल में 11 खिलाड़ी खेलते है दोनों टीमें अपने गोल पोस्ट की रक्षा करती हैं और विरोधी टीम के गोलपोस्ट से गोल करने की कोशिश करती हैं।फुटबॉल का मैच कुल 90 मिनट का होता है। यह समय 45 मिनट के दो हाफ में विभाजित होता है। तय समय सीमा के इतर कुल 90 मिनट के खेल में अतिरिक्त समय खिलाड़ी के चोटिल होने और अन्य कारणों के लिए भी दिया जाता है।
कैसे शुरू होता है फुटबॉल
खेल शुरू और दोबारा शुरू होना फुटबॉल मैच का दो बेहद अहम हिस्सा है। खेल शुरू होने का निर्णय टॉस के जरिए होता है, इसमें टॉस जीतने वाला कप्तान फैसला लेता है कि उसकी टीम गोल पोस्ट पर अटैक करेगी या बॉल को किक ऑफ (किक) मारना चाहती है।
प्रत्येक गोल के बाद बॉल को सेंटर लाइन पर रखकर दोबारा शुरू किया जाता है खेल
मैच में प्रत्येक गोल के बाद बॉल को सेंटर लाइन पर रखकर दोबारा खेल शुरू किया जाता है। अगर कोई टीम गोल करती है, तो फिर विरोधी टीम को बॉल को किक ऑफ करने के का मौका दिया जाता है। इसी तरह हाफ टाइम के बाद भी सेंटर लाइन से ही खेल दोबार शुरू होता है।
रेफरी की भूमिका सबसे अहम
खेल के मैदार पर रेफरी की भूमिका सबसे अहम होती है। मैदान पर रेफरी सर्वेसर्वा होता है।अगर खिलाड़ी रेफरी के निर्णय पर असंतोष जताते हैं या विरोध करते हैं तो उन पर कार्रवाई हो सकती है।
सहायक रेफरी
सहायक रेफरी का काम मैच के रेफरी की मदद करना होता है। बॉल के मैदान से बाहर जाने पर, खिलाड़ी के फाउल मारने पर या फिर खिलाड़ी के ऑफसाइड पोजिशन होने पर फ्लैग दिखाने का काम सहायक रेफरी का ही होता है।
मैदान की लंबाई और चौड़ाई
फुटबॉल मैदान की लंबाई 100-110 मीटर की होती है। वहीं पिच की चौड़ाई 64-75 मीटर होती है।
स्ट्राइकर
स्ट्राइकर का मुख्य काम गोल मारना होता है। स्ट्राइकर का खेल काफी उष्मा से भरा होता है।
डिफेंडर्स
डिफेंडर्स का काम अपने गोल पोस्ट तक गेंद जाने से रोकना होता है।मुख्यत: डिफेंडर्स विरोधी टीम के खिलाड़ियों के गोल को रोकते हैं।
मिडफिल्डर्स
मिडफिल्डर्स का काम विपक्षियों से बॉल छीन कर अपने आगे खेलने वाले साथी खिलाड़ी को पास करना होता है।
गोलकीपर
गोलकीपर का काम आपको पता ही है कि वह गेंद को हाथ से पकड़ सकने वाला अकेला खिलाड़ी होता है। लेकिन वह अपने गोल के सामने पेनल्टी एरिया तक ही ऐसा कर सकता है।
पेनल्टी कॉर्नर
पेनल्टी कॉर्नर हर गोल के सामने का एरिया पेनल्टी एरिया के रूप में जाना जाता है। यह एरिया सर्किल लाइन से पहचाना जा सकता है। यह गोल पोस्ट से 16.5 मीटर की दूरी तक होता है।
येलो कार्ड
रेफरी प्लेयर को सजा के तौर पर उसके गलत बर्ताव के लिए Yellow Card दिखाकर मैदान के बाहर भेज सकता है।
रेड कार्ड
चेतावनी के बाद भी नहीं संभलने वाले खिलाड़ी को यह कार्ड दिया जाता है। एक ही खेल में दूसरी बार पीला कार्ड मिलने का मतलब है रेड कार्ड का मिलना।अगर एक प्लेयर को बाहर निकाल दिया जाता है तो उसकी जगह कोई दूसरा प्लेयर नहीं आ सकता।
ड्रॉप-बॉल क्या होता है
जब रेफरी किसी दूसरी वजह से गेम को रोक दे, जैसे प्लेयर को गंभीर चोट लगना या बॉल का खराब हो जाना।
पेनल्टी किक और पेनल्टी शूटआउट
गोलकीपर की पॉजिशन या डिफेंस करने वाली टीम अगर फॉउल करती है तो सजा के तौर पर पेनल्टी दी जाती है। ये पेनल्टी कही जाती है। लीग गेम्स में खेल ड्रॉ पर छूट सकता है ऐसे में खेल बराबरी पर छोड़ दिया जाता है। लेकिन लेकिन कुछ नॉक आउट गेम्स में अगर खेल तय समय तक टाई रहा तो वह मैच एक्स्ट्रा टाइम तक चल सकता है। अगर एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी टाई रहता है तो पेनल्टी शूटआउट (नियम के मुताबिक पेनल्टी पॉइंट से किक मारना कहा जाता है) का प्रयोग किया जाता है।