(नई दिल्ली): टी20 वर्ड कप की शुरूआत हो चुकी हैं। जिसमें भारतीय टीम का दुसरा मैच नीदरलैंड्स के साथ हुआ, जिसमें भारतीय टीम की जीत हुई। टी20 वर्ड कप में सूर्यकुमार यादव ने कल यानी 27 अक्टूबर को पहले नीदरलैंड्स के खिलाफ मुकाबले में आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टी20 वर्ल्ड कप का पहला अपना अर्धशतक जड़ा। इसमें खास बात यह रही कि जब तक गेंद स्टैंड्स में पहुंचती, उससे पहले विराट कोहली बधाई देने के लिए सूर्यकुमार के पास पहुंच गए।
कोहली ने सूर्यकुमार को गले से लगाया और उन्हें अपने अर्धशतक का जश्न मनाने का इशारा किया। इसके बाद सूर्यकुमार ने भी हेलमेट उतारा और हवा में बल्ला उठा दिया। इसके बाद दोनों कुछ इस तरह बात करते हुए डगआउट की तरफ लौटे, जैसे सालों पुराने दोस्त हों। विराट और सूर्यकुमार ने सिडनी के मुश्किल विकेट पर महज 48 गेंद में 95 रन की साझेदारी की, जिसकी बदौलत भारत 2 विकेट के नुकसान पर 179 रन बना पाया और नीदरलैंड्स की टीम मुकाबला 56 रन से हार गई।
नीदरलैंड्स के खिलाफ दिखाया अपना जलवा
एक बार फिर विराट और सूर्यकुमार की जोड़ी ने गुरुवार यानी 27 अक्टूबर को नीदरलैंड्स के खिलाफ अपना जलवा दिखाया और कुछ ओवर के भीतर ही पूरे मैच को बदल कर रख दिया। इस जोड़ी के क्रीज पर आने से पहले भारत का स्कोर 12 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 82 रन था।
भारतीय टीम सुरक्षित तो थी, लेकिन रनों की रफ्तार थोडी धीमी थी। नीदरलैंड्स के गेंदबाजों ने भारत को 7 रन प्रति ओवर से अधिक नहीं बनाने दिए थे। पहले 10 ओवर में तो उन्होंने महज 67 रन ही दिए, यानी 7 रन प्रति ओवर से भी कम, लेकिन, जल्द ही यह सब बदल गया। क्योंकि सूर्यकुमार और कोहली ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए।
पहली गेंद पर कोहली क्रीज से बाहर
13वें ओवर की पहली गेंद पर कोहली क्रीज से बाहर निकले और गेंदबाज के ऊपर से चौका जड़ दिया। अगली 6 गेंदों पर कोई बाउंड्री नहीं आई। लेकिन, इस दौरान विराट और सूर्या ने 8 रन दौड़कर लिए, जो यह बताता है कि दोनों का आपसी तालमेल कितना मजबूत है।
यही कारण है कि जहां एक रन होता है, वहां यह जोड़ी दौड़कर दो रन बना लेती है। बाकी बल्लेबाजों के साथ जब विराट बल्लेबाजी करते हैं तो ऐसा नहीं कर पाते हैं। यह दोनों महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह के दिनों की याद दिलाते हैं।
जोडी ने की 95 रन की साझेदारी
अगले ओवर से नीदरलैंड्स के गेंदबाजों की खबर लेने की जिम्मेदारी सूर्यकुमार को उठा लेते हैं और लोगान वान बीक, बास डि लीड की खबर लेने से पहले वो पॉल वान मीकेरन की लगातार दो गेंदों पर दो चौके जड़ देते हैं। इन दोनों ने 95 रन की साझेदारी की लेकिन, कुल मिलाकर 3 छक्के ही जड़े। इसमें से दो छक्के तो भारतीय पारी की आखिरी 3 गेंदों पर आए।
इसके बावजूद दोनों ने क्रीज पर आने के बाद से 12 रन प्रति ओवर बनाए। सूर्यकुमार के क्रीज पर रहने भर से विराट पर से रनों की रफ्तार बनाने का दबाव कम रहता है। इसी वजह से वो अपनी खुलकर खेल पाते हैं।
विराट और सूर्यकुमार ने लगाये तीन छक्के
नीदरलैंड्स के खिलाफ विराट और सूर्यकुमार ने कुल मिलाकर तीन छक्के लगाए लेकिन, विराट ने 140 और सूर्यकुमार ने 204 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। यह दोनों सिर्फ छक्के मारने पर ही यकीन नहीं रखते, बल्कि जरूरत के हिसाब से एक और दो रन भी दौड़ते हैं और ऑस्ट्रेलिया के बड़े ग्राउंड में यह रणनीति कारगर साबित होती दिख रही है।
इस विश्व कप में खेल रही ज्यादातर टीमों के पास टॉप ऑर्डर में धाकड़ बल्लेबाज हैं लेकिन, उनका मध्यक्रम कमजोर है। पाकिस्तान इसका सबसे उदाहरण है और उसके इसका खामियाजा भी उठाना पड़ रहा है। विराट और सूर्यकुमार की मौजूदगी से भारत का मध्य क्रम सबसे मजबूत है, इसलिए यह जोड़ी इतनी खतरनाक और भारत बाकी टीमों से बल्लेबाजी के मामले में दो कदम आगे नजर आता हैं।
विराट और सूर्यकुमार के ज्यादातर शॉट कॉपी होते हैं बुक
वैसे तो टी20 फॉर्मेट में बल्लेबाज अलग-अलग तरह के शॉट खेलने की कोशिश करते हैं। कई बार कामयाब भी होते हैं लेकिन विराट और सूर्यकुमार के ज्यादातर शॉट कॉपी बुक होते हैं। जरूरत के अनुसार वो इसमें बदलाव करते हैं। इसी वजह से दूसरे बल्लेबाजों के मुकाबले इनके शॉट में आउट होने का जोखिम नहीं होता है।
पाकिस्तान के खिलाफ मैच में हारिस रउफ के खिलाफ मिड ऑफ के ऊपर से विराट ने जो छक्का मारा था, उसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके पास शॉट्स की कितनी रेंज है। दोनों बल्लेबाज लेग साइड के अच्छे खिलाड़ी हैं इसमें इसमें कोई शक नही हैं और हल्के से फ्लिक से गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचा देते हैं। पहले पाकिस्तान और फिर नीदरलैंड्स के खिलाफ भी दोनों इसे दिखा चुके हैं। इसी वजह से यह जोड़ी मिडिल ऑर्डर में इतनी खतरनाक है। ये आप खुद ही देख सकते हैं।
बल्लेबाजी को मजबूत बनाने में सूर्यकुमार का योगदान
भारतीय बल्लेबाजी को मजबूत बनाने में सूर्यकुमार का कितना योगदान रहा है, इसे बताने की जरूरत नहीं। उन्होंने भारतीय टॉप ऑर्डर यानी रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली और लोअर ऑर्डर प र से दबाव काफी हद तक कम कर दिया है।
अब यह तीनों बल्लेबाज अपनी पारी संवारने और सुधारने के लिए वक्त ले सकते हैं क्योंकि इन्हें पता है कि ऐसा करने के चक्कर में अगर रनों की रफ्तार कुछ कम भी होगी तो बाद में सूर्यकुमार इसकी भरपाई कर देंगे। पता ही नही उनको यह विश्वास भी हैं।