(नई दिल्ली): पाकिस्तान का दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया। बाबर आजम की कप्तानी वाली पाकिस्तान टीम को मेलबर्न में खेले गए खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
रोमांचक मुकाबले में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बावजूद पाकिस्तान की टीम 137 रन के अपने स्कोर का बचाव करने में नाकाम रही। अपको बता दे कि इंग्लैंड ने बेन स्टोक्स की 52 रन की नाबाद अर्धशतकीय पारी की बदौलत पाकिस्तान के इस छोटे से लक्ष्य को 19 ओवर में ही हासिल कर लिया।
इंग्लैंड को हराकर अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप जीता
पाकिस्तान की हार के साथ ही उसका 1992 की वर्ल्ड कप जीत को दोहराने का अनोखा सपना भी चकनाचूर हो गया। दरअसल पाकिस्तान ने इमरान खान की कप्तानी में 30 साल पहले 1992 में मेलबर्न के मैदान पर ही इंग्लैंड को हराकर अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप जीता था।
ऐसे में इस बार कुछ ऐसे संयोग बने जिसे देखकर पाकिस्तान के लोगों और वहां के पूर्व क्रिकेटरों को 1992 जैसा कुछ कमाल होने की उम्मीद जगी और उन्होंने इसे कुदरत का निजाम भी बताया। हालांकि बेन स्टोक्स और सैम कुरेन ने उनकी सारे अरमानों पर पानी फेर दिया। यही नहीं मैच के दौरान पाकिस्तान को किस्मत ने भी जबरदस्त धोखा दिया और एक समय जहां वह मैच उसकी पकड़ में था तो वहीं एक घटना ने उसे खिताब की पहुंच से ही दूर कर दिया।
हैरी ब्रूक और बेन स्कोक्स ने मिलकर की चौथे विकेट की साझेदारी
दरअसल दूसरी पारी में 12 ओवर खत्म होने के बाद इंग्लैंड को जीत के लिए 48 गेंदों में 56 रन की दरकार थी और उसकी तरफ से हैरी ब्रूक और बेन स्कोक्स मिलकर चौथे विकेट के लिए 39 रनों की साझेदारी कर चुके थे।
लेकिन अगले ओवर की तीसरी गेंद पर ब्रूक ने शादाब खान के खिलाफ लॉन्ग ऑफ की तरफ हवाई शॉट खेला जिसे शाहीन अफरीदी ने लपक लिया। शाहीन ने बाउंड्री के पास ब्रूक का शानदार कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन तो भेज दिया लेकिन इस दौरान वह खुद अपना टखना चोटिल कर बैठे।
शाहीन की चोट का खामियाजा पाकिस्तान को पड़ा भुगतना
शाहीन चोटिल होने से पहले दो ओवर की गेंदबाजी कर चुके थे और इस दौरान उन्होंने 13 रन देकर एक विकेट हासिल किया था। ऐसे में बाबर ने उनके आखिरी दो ओवर डेथ ओवरों के लिए बचाकर रखे थे। लेकिन शाहीन की चोट का खामियाजा पाकिस्तान को 16वें ओवर में भुगतना पड़ा। 16वां ओवर शुरू होने से पहले इंग्लैंड को जीत के लिए 30 गेंदों में 41 रन की जरूरत थी।
शाहीन ने पहली गेंद पर मोईन को पूरी तरह से चकमा दिया। लेकिन इसके बाद वह दर्द से कराहते हुए ओवर को बीच में ही छोड़कर मैदान से बाहर चले गए। अफरीदी के हटने के बाद इफ्तिखार अहमद ने आखिरी की पांच गेंदें फेंकी जिसपर मोईन अली और स्टोक्स ने मिलकर 13 रन बटोर लिए। इस ओवर के साथ ही इंग्लैंड ने मैच में वापसी की और पाकिस्तान के हाथ से जीत छीन लिया।
बाबर आजम ने कहा शाहीन का चोटिल होना पड़ भारी
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने भी मैच के बाद इस बात को स्वीकार किया कि शाहीन का चोटिल होना उन्हें भारी पड़ गया। बाबर ने मैच के बाद कहा कि यदि शाहीन ने वह ओवर किया होता तो चीजें भिन्न हो सकती थी।
तब बाएं हाथ के दो बल्लेबाज (स्टोक्स और मोईन अली) क्रीज पर थे और इसलिए मैंने ऑफ स्पिनर को गेंद सौंपी। हमने परिस्थितियों के अनुकूल खेल दिखाया लेकिन 20वें ओवर तक हम पर दबाव था। यदि शाहीन वहां होता तो कहानी अलग हो सकती थी।’