India News (इंडिया न्यूज), Ajit Agarkar: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर(Ajit Agarkar) को मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा सीनियर पुरुष चयन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बता दें कि, BCCI ने उनकी नियुक्ति की घोषणा पत्र में लिखा कि “क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी), जिसमें सुश्री सुलक्षणा नाइक, श्री अशोक मल्होत्रा और श्री जतिन परांजपे शामिल थे, ने पुरुष चयन समिति में एक चयनकर्ता के पद के लिए आवेदकों का साक्षात्कार लिया। वहीं तीन सदस्यीय सीएसी ने सर्वसम्मति से उक्त पद के लिए श्री अजीत अगरकर की सिफारिश की है।
🚨 NEWS 🚨: Ajit Agarkar appointed Chairman of Senior Men’s Selection Committee.
Details 🔽https://t.co/paprb6eyJC
— BCCI (@BCCI) July 4, 2023
191 से अधिक मैच खेले हैं पूर्व तेज गेंदबाज
बता दें कि, पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे प्रतिष्ठित खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने 191 से अधिक मैच खेले हैं और 5.07 की किफायती इकॉनमी के साथ 288 विकेट लिए हैं। टेस्ट प्रारूप में, अगरकर ने 26 बार प्रदर्शन किया है और 3.39 की इकॉनमी के साथ 58 विकेट हासिल किए हैं। वहीं बात अगर इंडियन प्रीमियर लीग की करे तो, अगरकर दिल्ली डेयरडेविल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले। उन्होंने 42 मैच खेले और 8.83 की इकोनॉमी से 29 विकेट लिए।
अगरकर के कुछ अनोखे रिकॉर्ड
अगरकर अपने तेज गेंदबाजी के लिए तो जाने जाते ही है लेकिन अगरकर ने अपने बल्ले से भी कुछ पारी खेली है जो कि, एतिहासिक बन गई। बता दें कि, अगरकर ने वनडे में सबसे तेज अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। वर्ष 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 67(27)* रन बनाए। इसके अलावा अगरकर के लिए सबसे बड़ा क्षण 2002 में आया जब उन्होंने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाया। इस लुभावनी पारी के साथ, उनका नाम अब लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर है। यहां तक कि उन्होंने उन्होंने वनडे प्रारूप में सबसे तेज 50 विकेट लेने के ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। लिली ने 24 मैचों में यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। लेकिन अगरकर अपने 23वें वनडे मैच में लिली का रिकॉर्ड तोड़ने में कामयाब रहे. भारतीय तेज गेंदबाज ने लगभग एक दशक तक यह रिकॉर्ड कायम रखा लेकिन 2009 में श्रीलंका के स्पिनर अजंता मेंडिस ने अपने 19वें वनडे में यह उपलब्धि हासिल करके उन्हें पीछे छोड़ दिया।