(नई दिल्ली): फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मोरक्को की फ्रांस से हार के बाद उनके फैंस ने ब्रुसेल्स और पेरिस की सड़कों पर उत्पात मचाया। पुलिस से भी भिड़े। यही नहीं फ्रांस में कई जगहों पर मोरक्को और फ्रांस के समर्थकों के बीच झड़प भी देखी गयी।
पेरिस में भी फ्रांस की जीत पर जश्न
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोरक्को फैन्स ब्रसेल्स के साउथ स्टेशन पर इकट्ठा हुए थे। यहां जमकर आगजनी भी की। कई जगह पुलिस को वाटर कैनन और टियर गैस का भी इस्तेमाल करना पड़ा। पुलिस ने कुछ मोरक्को फैंस को गिरफ्तार भी किया है।
तो वहीं, पेरिस में भी फ्रांस की जीत पर जश्न मना रहे समर्थकों और मोरक्को के फैंस के बीच झड़प हुई। बुधवार यानी 14 दिसंबर की देर रात फ्रांस ने मोरक्को को 2-0 से हराया।
फ्रांस लगातार दूसरी बार फाइनल में
जीत के साथ फ्रांस वर्ल्ड कप में लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंच गया। टीम ने 2018 में वर्ल्ड कप जीता था। तो वहीं, वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम मोरक्को का वर्ल्ड कप में सफर खत्म हो गया। इसके साथ ही अफ्रीकी देशों और अरब देशों की उम्मीदें भी खत्म हो गई।
बेल्जियम, स्पेन और पुर्तगाल जैसी बड़ी टीमों को हराने के बाद वे सेमीफाइनल में फ्रांस को नहीं हरा सके। फ्रांस की ओर से 5वें मिनट में थियो हर्नांडेज और 79वें मिनट में रैंडल कोलो मुआनी ने गोल दागे। मोरक्को एक भी गोल नहीं स्कोर कर सका।
पहला गोल
फ्रांस ने मैच के 5वें मिनट में ही गोल दाग दिया। गोल टीम के मिडफील्डर थियो हर्नांडेज ने किया। फ्रांस के प्लेयर ग्रीजमेन बॉल को अंदर लेकर आए। उन्होंने बॉल एम्बाप्पे को दी। इतने में मोरक्को के खिलाड़ियों ने बॉल को रोकने का प्रयास किया और बॉल टकराकर हर्नांडेज के पास आ गई। हर्नांडेज ने शॉट मारा और बॉल को नेट के अंदर पहुंचा दिया।
दूसरा गोल
मैच के 65वें मिनट में फ्रांस के खिलाड़ी ओलिवर जीरूड सब्स्टीट्यूट हो कर बाहर चले गए। उनकी जगह पीच पर मार्कस थुराम आए। जीरूड ने इस वर्ल्ड कप में 4 गोल दागे हैं।
तीसरा गोल
फ्रांस के प्लेयर रैंडल कोलो मुआनी ने पिच पर आते ही गोल दाग दिया। मुआनी दूसरे हाफ के 79वें मिनट में ओस्मान डेम्बेले की जगह आए। उन्होंने पिच पर कदम रखते ही 79वें मिनट में एम्बाप्पे के पास पर गोल दाग दिया। इसी के साथ मुआनी ने अपना पहला इंटरनेशनल गोल स्कोर किया।
दोनों टीमों के 3 ही शार्ट टारगेट पर लगे
मैच में मोरक्को मौके ही बनाते रह गया। उसने मैच में एक भी गोल नहीं किया। लीड लेने के बाद फ्रांस ने मोरक्को को मौके तो दिए पर गोल नहीं करने दिया। पूरे मैच में मोरक्को ने गोल की तरफ 13 शॉट मारे। वहीं, फ्रांस ने दूसरे हाफ में अटैकिंग अप्रोच जारी रखी और मैच में गोल की तरफ 14 शॉट मारे।
दोनों टीमों के 3 ही शार्ट टारगेट पर लगे। मोरक्को ने बॉल पजेशन 62% समय अपने पास रखा। वहीं, फ्रांस ने 38% समय बॉल को रखा। मोरक्को ने 11 और फ्रांस ने 10 फाउल किए।
फ्रांस ने अटैक कर गोल करने का किया प्रयास
पहले हाफ में फ्रांस ने गेम को डोमिनेट किया। उसने 9 शॉट गोल की तरफ मारे, जबकि मोरक्को 5 ही मार सका। इनमें से फ्रांस ने एक पर गोल भी किया। पजेशन मोरक्को के पास ज्यादा थी। 58% समय बॉल को रखने के बावजूद वे बॉल को हाफ वे लाइन के आगे नहीं ले जा पाए। फ्रांस ने काउंटर अटैक कर के गोल करने का प्रयास किया। फ्रांस ने फर्स्ट हाफ में 7 फाउल किए और मोरक्को ने 3 फाउल किए।
फ्रांस की टीम
ह्यूगो लॉरिस (गोलकीपर), जूलियस कौंडे, राफेल वराने, इब्राहिमा कोनाटे,थियो हर्नांडेज, एंटोनी ग्रीजमैन,, ऑरेलियन टॉचमनी, यूसुफ फोफाना, ओस्मान डेम्बेले, ओलिवर जीरूड और कीलियन एम्बाप्पे।
मोरक्को की टीम
यासीन बोनो (गोलकीपर), अशरफ हकीमी, जवाद एल यामीक, नायेफ एगुएर्ड, रोमेन सैस (कप्तान), नूस्सैर मोजरई, सोफियान अमरबात, हाकिम जिएच, एजेदीन औनाही, सौफियाने बौफाल और यूसुफ एन-नेसरी।