टी20 वर्ल्ड कप (T20 WORLD CUP) के सेमीफाइनल में भारत की इंग्लैड के खिलाफ शर्मनाक हार के बाद से टीम इंडिया आलोचकों के निशाने पर है। आलोचकों ने टीम इंडिया पर कई सवाल उठाया है। भारत के साथ -साथ भारत के पड़ोसी देश के कुछ पूर्व क्रिकेटर ने भी भारत के प्रर्दशन पर सवाल किया था। बता दे वसीम अकरम और वकार यूनुस जैसे पूर्व क्रिकेटर्स ने आईपीएल पर निशाना साधा था। अकरम ने कहा था कि आईपीएल (IPL) के आने के बाद से टीम इंडिया कोई टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है। वहीं, सुनील गावस्कर ने भी एक बयान में कहा था कि भारतीय खिलाड़ी वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए आईपीएल की जगह अंतरराष्ट्रीय सीरीज को छोड़ रहे। आईपीएल की हो रही आलोचना पर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir)ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है।
खराब प्रदर्शन के लिए आईपीएल को जिम्मेदार ठहराना गलत
गंभीर ने एक अवॉर्ड समारोह में कहा कि खराब प्रदर्शन के लिए आईपीएल को जिम्मेदार ठहराना गलत है। उन्होंने कहा कि आईसीसी इवेंट्स में भारतीय टीम अगर खराब प्रदर्शन करती है तो खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, न कि आईपीएल को।
गंभीर ने कहा- आईपीएल सबसे अच्छी चीज है जो भारतीय क्रिकेट के साथ हुई है। मैं इसे अपनी पूरी समझ के साथ कह सकता हूं। आईपीएल के शुरू होने के बाद से इसे लेकर काफी प्रतिक्रिया आई हैं। हर बार जब भारतीय क्रिकेट अच्छा नहीं करता है, तो दोष आईपीएल पर आता है, जो उचित नहीं है। यदि हम आईसीसी टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो खिलाड़ियों को दोष दें, प्रदर्शन को दोष दें, लेकिन आईपीएल पर उंगली उठाना अनुचित है।
खेल में भावनाएं महत्वपूर्ण
गंभीर ने कहा- भारतीय क्रिकेट में एक अच्छी बात यह हुई है कि भारत के पूर्व खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को कोचिंग देना शुरू कर दिया है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि किसी भारतीय को ही टीम इंडिया का कोच होना चाहिए। ये सभी विदेशी कोच, जिन्हें हमने बहुत महत्व दिया है, यहां आते हैं, पैसा बनाते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। खेल में भावनाएं महत्वपूर्ण हैं। भारतीय क्रिकेट के बारे में केवल वही लोग भावुक हो सकते हैं जिन्होंने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है।
भारतीय कोचों को आईपीएल में देखना चाहता हूं
गंभीर ने कहा- मैं लखनऊ सुपर जाएंट्स का मेंटर हूं। एक चीज जो मैं बदलना चाहता हूं वह यह है कि मैं सभी भारतीय कोचों को आईपीएल में देखना चाहता हूं, क्योंकि किसी भी भारतीय कोच को बिग बैश या किसी अन्य विदेशी लीग में मौका नहीं मिलता है। भारत क्रिकेट में एक महाशक्ति है, लेकिन हमारे कोचों को कहीं भी अवसर नहीं मिलता है। सभी विदेशी यहां आते हैं और शीर्ष नौकरियां प्राप्त करते हैं। हम अन्य लीगों की तुलना में अधिक लोकतांत्रिक और लचीले हैं। हमें अपने लोगों को अधिक अवसर देने की जरूरत है।