(नई दिल्ली): टीम इंडिया टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंच गई है। अब तक पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। एक साल पहले यानी 2021 के वर्ल्ड कप में यही टीम विराट कोहली की कप्तानी में ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गई थी। इसके बाद रोहित शर्मा के रूप में टीम को नया कप्तान मिला और तस्वीर बदल गई।
अपने पहले मैच में हार था भारत
पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में भारत अपने पहले मैच में पाकिस्तान से हार गया था। मैच में शमी ने 3.5 ओवर में 43 रन दिए थे। शमी एक भी विकेट नहीं ले सके। इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया। हाल ही में शमी कोविड पॉजिटिव भी हो गए थे।
इससे रिकवर होने के बाद उन्होंने इस साल टी-20 वर्ल्ड कप में वापसी की। पिछले 5 मैचों में शमी ने अपने प्रदर्शन से ना सिर्फ आलोचकों को करारा जवाब दिया है, बल्कि भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाने में उनका बड़ा हाथ रहा है।
शमी ने बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका
भले ही शमी ने टी-20 वर्ल्ड कप में ज्यादा विकेट नहीं लिए, लेकिन जितने भी ओवर किए उनमें बल्लेबाजों को रन बनाने से रोक दिया। इस टूर्नामेंट में जब भी भारतीय कप्तान को विकेट की जरूरत पड़ी उन्होंने विपक्षी टीम का विकेट चटकाया। ऐसे में उनके ओवर मैच में निर्णायक सिद्ध हुए।
खासतौर पर भारत-पाकिस्तान मैच में शमी ने इफ्तिखार अहमद का विकेट तब चटकाया जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। इस विकेट के बाद गेम भारत के पाले में दिखने लगा था। शमी की कंसिस्टेंसी से भारत को इस टी-20 वर्ल्ड कप में बहुत फायदा पहुंचा है।
सूर्यकुमार पहले ही आये लय में नजर
सूर्यकुमार यादव टी-20 वर्ल्ड कप से पहले ही लय में नजर आ रहे थे। इस टूर्नामेंट में भी उन्होंने अपना जलवा कायम रखा। सूर्या एक साल में टी-20 में 1000 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं।
सूर्या ने 2022 में ये कारनामा किया। उनसे पहले 2021 में पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान ने टी-20 में 1000 रन बनाए थे। इसके अलावा सूर्या ICC की रैंकिंग में टी-20 के नंबर 1 बल्लेबाज बन गए हैं।
भारत को जीत दिलाने में रही सूर्या की अहम भूमिका
टी-20 वर्ल्ड कप में सूर्यकुमार यादव की तीन अर्धशतकीय पारियां और 360 डिग्री शॉट्स ना सिर्फ चर्चा का विषय रहे, बल्कि भारत को जीत दिलाने में सूर्या ने अहम भूमिका निभाई। भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश मैच में तो सूर्या का बल्ला ज्यादा नहीं चला, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 40 गेंदों में 68 रन बनाए।
जिम्बाब्वे और नीदरलैंड के खिलाफ सूर्या नाबाद रहे। उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ 25 गेंदों में 51 और जिम्बाब्वे के खिलाफ 25 गेंदों में 61 रन बनाए। जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी ओवर में सूर्या के 2 छक्के देखकर लगता है कि साउथ अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के बाद सूर्या दूसरे 360 डिग्री बैटर बन सकते हैं। बहरहाल, सूर्या के इन शॉट्स ने भारत की सेमीफाइनल की राह आसान कर दी।
एशिया कप 2022 में भारत-पाकिस्तान सुपर-4 का मुकाबला। 18वें ओवर की तीसरी बॉल रवि बिश्नोई ने फुल ऑफ-साइड फेंकी। स्ट्राइक पर थे आसिफ अली। आसिफ ने स्लॉग स्वीप खेलना चाहा लेकिन टॉप-एज लगा और बॉल शॉर्ट थर्डमैन की तरफ चली गई।
यहां खड़े फील्डर अर्शदीप के हाथों से फिसलकर गेंद गिर गई। इस कैच को छोड़ने के बाद अर्शदीप को इस मैच में भारत की हार का जिम्मेदार माना जाने लगा। अर्शदीप ट्रोलिंग का शिकार हुए। उनके खिलाफ खालिस्तानी जैसे शब्दों का इस्तेमाल तक किया गया।
अर्शदीप ने बाबर आजम को किया आउट
अर्शदीप ने इसका जवाब टी-20 में अपनी परफॉर्मेंस से दिया। सुपर-12 में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले में अर्शदीप दूसरा ओवर डालने आए। ओवर की पहली बॉल पर ही अर्शदीप ने पाकिस्तान के ओपनर बाबर आजम को आउट कर दिया। इसके बाद मोहम्मद रिजवान और आसिफ अली को भी पवेलियन भेज दिया। उन्होंने 4 ओवर में 32 रन देकर 3 विकेट झटके। भारत ये मैच जीत गया।
नीदरलैंड के खिलाफ मैच में भी अर्शदीप का शानदार प्रदर्शन जारी रहा। उन्होंने टीम को 2 विकेट दिलाए। हालांकि, टीम इंडिया साउथ अफ्रीका से अपना अगला मैच हार गई, लेकिन यहां भी अर्शदीप ने विपक्षी टीम के 2 अहम बल्लेबाजों क्विंटन डी कॉक और राइली रूसो को आउट किया।
अगले मैच में बांग्लादेश और भारत की कड़ी टक्कर जारी थी। यहां भी अर्शदीप ने कमाल किया और 2 विकेट लिए। उन्होंने शाकिब-अल-हसन का महत्वपूर्ण विकेट चटकाया जिसके बाद बांग्लादेश की टीम की स्थिति कमजोर हो गई थी। 16 ओवर की इस पारी में अर्शदीप ने 12वें ओवर में ये कमाल किया।
एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ लगाये शतक
भारत-पाकिस्तान मैच में पॉवरप्ले में बाबर आजम और भारत-बांग्लादेश मैच में डेथ ओवर में शाकिब-अल-हसन का विकेट ले कर साबित कर दिया कि वो पॉवरप्ले और डेथ ओवर दोनों में ही भारत के लिए अच्छा विकल्प हैं। इस वर्ल्ड कप के पहले भारत के बॉलिंग लाइनअप और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी को लेकर चर्चा गर्म थी। अर्शदीप के इस प्रदर्शन से बुमराह की कमी टीम को नहीं खली है।
कोहली के दो छक्कों ने पलटा मैच
टी-20 वर्ल्ड कप से पहले विराट कोहली करीब 3 साल से खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने शतक लगाया और उसके बाद सब कुछ बदल गया। टी-20 वर्ल्ड कप में सुपर-12 के पहले मुकाबले में विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ 53 गेंदों में 82 रन की नाबाद पारी खेली।
19वें ओवर में हारिस रउफ की गेंद पर कोहली के दो छक्कों ने मैच पलट कर रख दिया। ओवर की पांचवीं गेंद… हारिस रउफ ने धीमी शॉर्ट ऑफ लेंथ बॉल डाली। कोहली ने गेंद बॉलर के सिर के ऊपर से बाउंड्री के बाहर पहुंचा दी। रउफ बॉल को देखते रह गए और टीम इंडिया को 6 रन मिले।
अगली गेंद लेग स्टंप पर थी और कोहली ने कलाइयों के सहारे फाइन लेग की दिशा में इसे फ्लिक कर दिया। दोबारा छक्का। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेली गई ये पारी टी-20 फॉर्मेट में कोहली की सबसे बेहतरीन पारी बताई जा रही है।
भारत-नीदरलैंड मैच में विराट ने 44 गेंद में 62 रन की नाबाद पारी खेली और फिर आलोचकों के मुंह बंद कर दिए। बांग्लादेश के खिलाफ 44 गेंदों में 64 रन के साथ कोहली नाबाद रहे और टीम को मजबूत स्थिति में ले आए।