U-23 World Wrestling Championship: भारत ने अंडर-23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अपना विजयी क्रम जारी रखते हुए बुधवार को ग्रीको-रोमन वर्ग में दो और कांस्य पदक जीत लिए। इसके साथ ही भारत ने टूर्नामेंट में इतिहास रच दिया। भारत पहली बार तीन पदक अपने नाम करने में सफल रहा है। नितेश ने 97 किग्रा भारवर्ग और विकास ने 72 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता।
भारतीय पहलवान ब्राजील के पहलवान पर पूरी तरह हावी
नितेश ने स्पेन में ब्राजील के इगोर फर्नांडो अल्वेस डी क्विरोजिन को हराकर 97 किलोग्राम का कांस्य पदक जीता। भारतीय पहलवान ब्राजील के पहलवान पर पूरी तरह हावी रहे और भारत को तीसरा पदक दिलाते हुए 10-0 से जीत हासिल की। दूसरी ओर, विकास ने 72 किलोग्राम भारवर्ग में जापान के डाइगो कोबायाशी को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। विकास ने 6-0 से जीत हासिल की और भारत को दूसरा पदक दिलाया।
साजन ने दिलायी थी भारत को पहली पदक
इससे पहले साजन ने अंडर-23 कुश्ती विश्व चैम्पियनशिप में भारत का पहला ग्रीको-रोमन पदक जीता था। इस पहलवान ने रेपेचेज दौर में यूक्रेन के दिमित्रो वासेत्स्की को हराकर ऐतिहासिक पदक अपने नाम किया था।
U-23 World Wrestling C'ship: Sajan Bhanwala bags India's 1st Greco Roman medal in 77kg
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— ANI Digital (@ani_digital) October 19, 2022
स्पेन के दूतावास ने 21 पहलवानों को वीजा देने से किया था इनकार
स्पेन के दूतावास द्वारा 30 सदस्यीय दल में से 21 खिलाड़ियों को वीजा देने से इनकार के बाद भारत को अंडर -23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप से पहले में बड़ा झटका लगा था।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने विश्व चैम्पियनशिप के लिए 30 सदस्यीय टीम चुनी थी, लेकिन स्पेन के दूतावास द्वारा 21 पहलवानों को वीजा देने से इनकार करने के बाद केवल नौ को ही मंजूरी दी गई थी। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया था।